The wind of development is blowing in Haryana

Editorial: हरियाणा में बह रही विकास की बयार, नंबर वन होगा प्रदेश

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The wind of development is blowing in Haryana

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार जिस प्रकार से योजनाओं को क्रियान्वित कर रही है, उनका लाभ जन-जन तक पहुंच रहा है। एक सरकार राजनीतिक धरातल पर खड़ी होती है, ऐसे में उस राजनीतिक धरातल को और पुख्ता करने के लिए सरकार अगर जनमानस तक पहुंचने के लिए यात्रा निकाल रही है तो यह श्रेयकर ही है। भाजपा की केंद्र एवं राज्य सरकारों की ओर से अपनी उपलब्धियों को बताने के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा शुरू की गई हैं। हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने फरीदाबाद में यात्रा का शुभारंभ किया।

वास्तव में विकसित भारत का संकल्प आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है। मोदी सरकार ने 2047 तक देश को विकसित बनाने का संकल्प लिया है। देश इस समय अनेक चुनौतियों पर पार पा चुका है, लेकिन उसके समक्ष अभी बहुत रास्ता बाकी है। हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व मेंं राज्य सरकार ने अनेक ऐसी योजनाओं को अमलीजामा पहनाया है, जोकि पूरे देश के लिए उदाहरण बन गई हैं। अब इन योजनाओं की जानकारी जनता तक पहुंचना जरूरी है।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा में भाजपा सरकार के 9 साल प्रदेश में विकास और परिवर्तन के ऐसे वर्ष हैं, जिन पर न केवल गौरवान्वित हुआ जा सकता है, अपितु जो पूरे देश के लिए प्रेरणा पुंज का भी काम कर रहे हैं। इन वर्षों में हरियाणा ने अनेक उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन हरियाणा एक-हरियाणवी एक के महान विचार के प्रतिपादक मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस परिवर्तन यात्रा को निरंतर अग्रसर रखा है।

सरकार के पहले कार्यकाल में भाजपा एकल बहुमत से सत्ता में आई थी और उसने प्रदेश के कायापलट के प्रयास शुरू किए थे। उन वर्षों में अनेक चुनौतियां सरकार के समक्ष रही, लेकिन उन पर पार पाते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी नेतृत्व कुशलता का परिचय दिया। दूसरे कार्यकाल में एक गठबंधन सरकार का नेतृत्व करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश के सभी 90 हलकों में विकास की जो बयार बहाई है, वह प्रदेश में अब तक अछूती ही थी। एक समय वह था, जब प्रदेश में क्षेत्रवाद का आरोप हावी था, पहले के मुख्यमंत्रियों पर इसके आरोप आम बात थे कि उन्होंने सिर्फ अपने इलाकों में ही विकास कराया। हालांकि भाजपा सरकार में यह आरोप और धारणा पूरी तरह से साफ हो गया। अब प्रदेश के सभी हलके समान रूप से विकास की ओर अग्रसर हैं।

मनोहर सरकार ने नौकरियों में पारदर्शिता की ऐसी नींव रखी है, जोकि अनुपम साबित हो रही है। इस समय मेरिट के आधार पर युवाओं को नौकरियां मिल रही हैं। बेशक, पर्चे आउट होने और नकल संबंधी मामले सामने आते हैं, लेकिन सरकार परीक्षा को रद्द  करके उसे पुन: संचालन की व्यवस्था करती है। इस समय प्रदेश में 1.10 लाख से अधिक युवा सरकारी नौकरी हासिल कर चुके हैं। हरियाणा के वर्तमान परिदृश्य में सबसे बड़ा परिवर्तन इसके डिजिटल होने की वजह से आया है। आज प्रदेश न केवल खेती में सर्वोत्तम है, अपितु टेक्नोलॉजी और डिजिटल क्रांति का अग्रदूत भी बन चुका है। यह भी कितना खूब है कि दूसरे राज्यों की सरकारें हरियाणा में डिजिटल क्रांति से सीख ले रही हैं और अपने यहां भी उसका प्रतिपादन कर रही हैं। परिवार पहचान पत्र, भू स्वामित्व योजना, फर्द का ऑनलाइन होना समेत दूसरी अनेक डिजिटल तकनीक आधारित योजनाओं ने प्रदेश के लोगों का जीवन आसान बना दिया है।

प्रदेश में ऑनलाइन शिक्षक तबादला नीति भी सार्थक योजना है। प्रदेश में शैक्षिक माहौल में ऊर्जा है और अब बच्चों, किशोरों और युवाओं का भविष्य सुनहरा नजर आ रहा है। राज्य के 10वीं और 12वीं के बच्चों को 5 लाख लैपटॉप प्रदान किए गए हैं, जिससे बच्चे ऑनलाइन अपना होमवर्क और अन्य ज्ञानवर्धक जानकारी हासिल कर पा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा की शिक्षक तबादला नीति की सराहना की है। अब इस नीति को दूसरे विभागों में भी लागू किया जा रहा है। इस नीति का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अब मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों के पास तबादले की सिफारिश लेकर घूमने के दिन बीत गए।

हरियाणा में अब किसानों की जमीन का जबरन अधिग्रहण बंद हो गया है, सरकार अब किसानों की इच्छा के मुताबिक जमीन खरीद रही है। इससे किसान वर्ग में खुशी और संतोष है। पुलिस विभाग के सुधारीकरण की दिशा में बेजोड़ काम शुरू हुए हैं। हरियाणा अब देश के सबसे गतिमान राज्यों की श्रेणी में शुमार हो चुका है। ऐसा तब है, जब सुप्रीम कोर्ट राज्य को एक नजीर की तरह पेश करते हुए दूसरे राज्यों को उससे सीख लेने को प्रेरित करता है। हरियाणा के गांवों-देहात की दिक्कतें भी अब एक-एक करके खत्म हो रही हैं। निश्चित रूप से प्रदेश में विकास की बयार बह रही है, जोकि इसे नंबर वन बनाकर रहेगी। 

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